भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ




हमारें बारे में
भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ:
आदर्श कथन ” न हि ज्ञानेन सदॄशं पवित्रमिह विद्यते”
( ज्ञान के सामान पवित्र और उदात्त कुछ नहीं – श्रीमदभगवत गीता ,अध्याय -४ श्लोक ३८ )

दृष्टि
- उत्कृष्ट, समावेशी और समृद्ध भारतीय ज्ञान परंपराओं की सार्वभौमिक प्रासंगिकता को प्रतिपादित कर विद्यार्थियों को उन्हें आत्मसात् करने हेतु प्रेरित करना ।
लक्ष्य
- प्राचीन ज्ञान संपदा का प्रकटीकरण करना ।
- विविध क्षेत्रों एवं विषयों में सन्निहित भारतीय ज्ञान परम्पराओं से परिचित कराना ।
- प्रामाणिक और सन्दर्भ ग्रंथों को स्वाध्याय हेतु उपलब्ध कराना ।
- भारतीय ज्ञान परम्परा के संवर्धन, संरक्षण और अनुसंधान के लिए प्रेरित करना ।
- आधुनिक शिक्षा प्रणाली में भारतीय ज्ञान परम्परा को एकीकृत कर लोकव्यापीकरण करना ।
भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ समिति
- डॉ. भास्कर कुमार गुप्ता (एसओपीआर) – अध्यक्ष
- डॉ. अनीश गुप्ता (पीडीए)- सदस्य
- डॉ. शुभम सक्सेना (डीएचएचएस)- सदस्य
- डॉ. देवी सिंह ठाकुर (पीआईएमआर) – सदस्य
- डॉ. प्रज्ञा चौरसिया- (पीआईएलएस)-सदस्य
- डॉ. प्रियंका शुक्ला (जोशी) – (पीसीपीएस) – सदस्य
- डॉ. शशीकांत शर्मा – (एसओआरटी)- सदस्य
- डॉ. ऋचा जैन – (सीएसआरडी) – सदस्य
- श्री शैलेन्द्र राजपूत – (पीसीएनएस) – सदस्य
- डॉ. प्रदीप सिंह बघेल (उप कुलसचिव अकादमिक) – सदस्य सचिव
प्रतिवेदन
संपर्क
Website : https://www.peoplesuniversity.edu.in
गतिविधियाँ
- जनजातीय संग्रहालय का शैक्षिक दौरा 29.11.2025
- भारतीय संस्कृत ज्ञान परीक्षा (21 Nov.2025)
- प्राचीन भारतीय कौशल और उच्च शिक्षा में भारतीय ज्ञान प्रणाली पर परियोजना & रिपोर्ट प्रस्तुति (18.11.2025)
- ध्यान कार्यशाला (11.11.2025)
- वेद से दर्शन तक स्थायित्व के युग में भारतीय ज्ञान (01.11.2025)
- अनुसंधान और परियोजना रिपोर्ट लेखन पर कार्यशाला (27.10.2025)
- विस्वकर्मा पूजा ( 17.09. 2025)
- गुरु पूर्णिमा पर्व समारोह ( 11.07.2025)
- समग्र शिक्षा में भारतीय ज्ञान परंपरा की प्रासंगिकता पर राष्ट्रीय संगोष्ठी (14.05.2025)
- एनईपी को व्यावहारिक स्तर पर लागू करने का हुआ विचार विमर्श (25.2.2025)